धरने पर बैठे मिर्धा कॉलेज के व्याख्याता
छात्रसंघ अध्यक्ष बांता व उनके साथियों पर लगाया जानलेवा हमले का आरोप
धरने पर बैठे व्याख्याताओं से एएसपी व कोतवाली सीआई ने की समझाइश, उचित कार्रवाई के बाद धरना स्थगित
नागौर // राजकीय मिर्धा कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष वासदेव बांता व उसके साथियों ने बुधवार शाम यहां मानासर क्षेत्र से गुजर रहे कॉलेज व्याख्याता अविनाश व्यास व जगदीश झींझा की कार को टक्कर मारी और उनसे झगड़े पर उतारू हो गए। इस आशय की सूचना मिलने पर मिर्धा कॉलेज का समूचा स्टाफ घटना स्थल पर ही धरने पर बैठे गया और छात्रसंघ अध्यक्ष व उसके साथियो को गिरफ्तार करने की मांग करने लगा।
सूचना मिलने पर पुलिस आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। दो घंटे तक चले धरने के बाद एएसपी राजेश मीणा व कोतवाली सीआई हनुमान सिंह चौधरी की समझाइश के बाद व्याख्याताओं ने धरना स्थगित कर दिया। पुलिस प्रशासन ने व्याख्याताओं को आश्वासन दिया कि आरोपियों को पकड़ा जाएगा और उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उधर देर रात पुलिस ने इस हमले में शामिल रामलाल व राकेश नामक दो युवकों को पकड़ा है। समाचार लिखे जाने तक दोनों का मेडिकल मुआयाना किया जा रहा था।
व्याख्याता अविनाश व्यास व जगदीश झींझा शाम 4 बजे के करीब एक ही कार में सवार होकर मानासर की तरफ जा रहे थे। इस दौरान वासुदेव बांता कार मेें आया। उन्होंने दोनों व्याख्याताओं को कार से उतारने की कोशिश की। दोनों कार से बाहर नहीं आए तो बांता ने अपनी कार से इनकी कार को टक्कर मारी और जानलेवा हमला किया। इस आशय की सूचना मिलते ही मिर्धा कॉलेज के सभी संकाय सदस्य प्राचार्य डा. हरसुख छरंग के नेतृत्व में पुलिस लाइन के पास करणी माता मंदिर के निकट घटना स्थल पर ही धरना देकर बैठ गए। इस दौरान पूर्व प्राचार्य डा. शंकरलाल जाखड़, डा. प्रेमसिंह बुगासरा, महेन्द्र सिंह राठौड़ डा. रणजीत पूनिया, डा. प्रकाश नारायण, डा. कुंभाराम मेहला, लाााराम, भूपेश बाजिया, डा. पूर्णिमा कात्याल, डा. पूर्णिमा झा, सुमित्रा झा सहित बड़ी संख्या में व्याख्याता धरना स्थल पर जमा हो गए और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। सूचना मिलते ही कोतवाली सीआई हनुमान सिंह चौधरी व एएसपी राजेश मीणा मौके पर पहुंचे। इस दौरान व्याख्याताओं ने बताया कि छात्रसंघ अध्यक्ष वासुदेव बांता आए दिन राजकार्य में बाधा डालता है। परीक्षाएं चल रही है मगर ये नकलें कराने व अवैध कार्य के लिए व्याख्याताओं पर दबाव बना रहा है। बार बार मना करने के बाद भी समझ नहीं रहा है। बुधवार को यह व्याख्याताओं से उलझ गया और बाद में मारपीट करने की नीयत से व्याख्याताओं का पीछा किया और कार से टक्कर मारी। व्याख्याताओं का आरोप था कि बांता आए दिन ओछी हरकतें करता है। पुलिस को कई बार अवगत भी करा दिया मगर पुलिस एक बार साथ भी ले गई मगर बीच रास्ते में छोड़ दिया इसलिए अब बांता व उनके साथियों के खिलाफ ठोस कानूनी कार्रवाई की जाए।
उधर देर रात कोतवाली थानाधिकारी हनुमानसिंह चौधरी ने बताया कि हमने व्याख्याताओं की रिपोर्ट के आधार पर कार को टक्कर मारने के प्रकरण में रामलाल व राकेश नामक दो युवकों को पकड़ा है। फिलहाल इन्हें शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। मेडिकल मुआयना करा रहे हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद इनको अन्य धाराओं को गिरफ्तार करेंगे। मुख्य आरोपी वासुदेव बांता की तलाश जारी है।