राजीविका के जरिए स्वयं सहायता समूह का गठन करके आत्मनिर्भर हो चुकी महिलाओं से परिवार के सदस्य ही नहीं अपितु आसपास के गांवों के लोग भी काफी प्रभावित
राजीविका के जरिए स्वयं सहायता समूह का गठन करके आत्मनिर्भर हो चुकी महिलाओं से परिवार के सदस्य ही नहीं अपितु आसपास के गांवों के लोग भी काफी प्रभावित हैं। एक समय ऐसा भी था, जब इनका अधिकतर समय घर के चौखट के अंदर गुजरता था।
ऐसी ही एक सफ़लता की कहानी है, *भेरुंदा ब्लॉक के ग्राम गुढ़ा- जोधा के निवासी ज्योति कंवर* की इनके मन में अपने आर्थिक तंगी को लेकर आत्मनिर्भर बनने की चाह थी और इन्होंने वो चाहत राजीविका के जरिए बने *श्री गणेश नामक स्वयं सहायता समूह (20-01-2021)* गठित करके पूरी की।
जनवरी 2021 में इनके गांव में राजीविका स्वयं सहायता समूह गठित करने के लिए समुह गठन टीम आई थी तब इन्होंने उनका पूर्ण सहयोग किया व समूहों का गठन करवाया। *इन्होंने अपने समुह श्री गणेश स्वयं सहायता समूह में नाम अध्यक्ष पद पर नाम लिखवाया और समूह सखी भी बनी इन्होंने सभी को प्रेरित किया और महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा देती रही।*
इन्होंने समुह में जुड़ कर अपनी छोटी- छोटी बचत जमा की, इन्होने सबसे पहले समूह से 10 हजार रुपए ऋण लिया और अपनी जरूरतो की पूर्ति की, उसके बाद इन्होंने *समुह से 50,000 हजार का ऋण प्राप्त किया और उन पैसों को सदुपयोग करते हुए स्वयं की किराणा की दुकान खोल कर अपना व्यवसाय शुरू किया एवं अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार किया।*
आज इनके घर मे आय के स्त्रोत बढ़ने से घर मे समृद्धि बढ़ी है , समाज मे इनकी पहचान बनी है अन्य महिलाएं भी इनके कदम पर चलकर आर्थिक तरक्की कर सकती है। घर में खुशहाली ला सकती है।