*गोपालन, खान एवं पेट्रोलियम मंत्री ने गौशाला का किया निरीक्षण, गौशाला प्रतिनिधियों की ली बैठक*
नागौर, 7 अगस्त। प्रदेश के गोपालन, खान एवं पेट्रोलियम विभाग के मंत्री प्रमोद जैन भाया रविवार को एक दिवसीय नागौर दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने गौवंश में फैल रहें लंपी वायरस संक्रमण को लेकर गौशालाओं का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इस दौरान मंत्री ने नागौर जिला मुख्यालय पर महावीर गौशाला का निरीक्षण कर गौशाला में जिले से आये पशुपालक एवं गौशाला प्रतिनिधियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। इस दौरान मंत्री ने कहा कि घरों एवं गौशाला में संधारित पशु, जो अब तक इस रोग से संक्रमित नहीं हुए है उनका टीकाकरण आवश्यक रूप से करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि गौशालाओं में यह बीमारी फैलती है
तो तुरंत प्रभाव से स्वस्थ गौवंश को अलग करे तथा मृत गौवंश का चिन्हित स्थान पर ही निस्तारण करें। इस सम्बन्ध में गौशाला प्रबन्धकों द्वारा गौचर भूमि एवं अब्दुर्रहमान प्रकरण वाली भूमि का उपयोग कर मृत गौवंश के निस्तारण हेतु भूमि आवंटन की मांग की गई। जिस पर मंत्री द्वारा भूमि आवंटन सम्बन्धित प्रक्रिया का सरलीकरण का प्रस्ताव रखने के साथ ही कहा कि बजट घोषणा 2020-21 के तहत सड़कों पर निराश्रित घूम रहे नर गौवंशों की समस्या के समाधान हेतु प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर नंदीशाला की स्थापना की जानी है। उक्त घोषणा की क्रियान्विति में आने वाली बाधाओं का समाधान करते हुए प्रक्रिया का शीघ्र सरलीकरण करने का आश्वसन दिया। इस अवसर पर उन्होंने राजस्थान सरकार द्वारा गौशालाओं में संधारित दिव्यांग गौवंश को प्रतिवर्ष 365 दिवस की सहायता राशि के प्रस्ताव के बारे में भी उचित कारवाई करने की बात कही।
इससे पूर्व मंत्री भाया ने महावीर गौशाला का निरीक्षण किया तथा पशुओं में फैल रही इस बीमारी के लक्षण, उपचार व बचाव के उपायों के बारे में चर्चा की। साथ ही गौशाला कमेटी को लंपी बीमारी से सावधानी बरतने, पशुओं को बचाने तथा आवश्यक सावधनियां रखने के भी दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार महामारी में टीकाकरण को लेकर काम कर रही है, उपलब्धता के अनुसार टीके विभिन्न स्थानों पर पहुंचाए भी जा रहे हैं ताकि इस वायरस के कहर से गायों को बचाया जा सके। मंत्री भाया ने बेसहारा गौवंश पर भी ध्यान देते हुए सभी गौशालाओं को निर्देशित किया कि बेसहारा गौवंश में अगर यह बीमारी फैलती है तो वह गौशाला परिसर में अलग से जगह बनाकर उन गायों को रखें, ताकि शहरी क्षेत्र में अन्य बेसहारा गौवंश में यह बीमारी ना फैले।
इस दौरान उन्होंने कहा कि गौवंश का प्राथमिक उपचार पशुपालन विभाग द्वारा करवाया जा रहा है। विभाग की टीम मिशन मोड पर काम कर रही हैं इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी के समन्वय से इससे बहुत जल्द निजात पा ली जाएगी। उन्होंने कहा कि लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम को लेकर सरकार बेहद गंभीर है सरकार की ओर से सभी प्रयास किए जा रहे है और पशु चिकित्सकों की टीम लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने इस दौरान गौशालाओं के अनुदान व जमीन के विषय पर भी चर्चा की।
इस अवसर पर राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन, पूर्व विधायक जाकिर हुसैन गैसावत, जायल पूर्व प्रधान रिद्धकरण लामरोड़ ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर जिला कलक्टर पीयुष समारिया, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक महेश कुमार मीणा, गौशाला समिति अध्यक्ष उम्मेदसिंह राजपुरोहित, सदस्य किशनलाल लोहिया, रामदीन बिश्नोई, सचिव अशोक कुमार शर्मा, रामकुमार सांखला, बलदेवसिंह सांखला, बालकिशन भाटी सहित विभिन्न गौशालाओं के संचालक व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।