धतूरा, बिल्वपत्र के साथ अर्पित सहस्त्रधारा में गूंजा हर-हर महादेव का नाद, वैदिक मंत्रोचार के साथ अर्चना में भक्तों में रही बाबा बर्फानी का आशीर्वाद पाने की होड़, जनप्रतिनिधियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने भी लिया बाबा बर्फानी का आशीर्वाद
सावन के अंतिम सोमवार को बड़लेश्वर महादेव मंदिर स्थित बर्फानी बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। करीब 11 हजार किलो बर्फ की सिल्लीयों से बने बर्फानी का फूलों के साथ हुए विहंगम रूप से दर्शन के साथ अर्चना करने की श्रद्धालुओं में होड़ लगी रही। भक्तों ने भगवान शिव को धतूरा बेल पत्र आदि के साथ दूध अभिषेक व जलाभिषेक कर खुशहाली का वरदान मांगा।
अंतिम सोमवार होने के साथ ही ग्रहों के अद्भुत संयोग होने की वजह से इसका महत्व बढ़ गया था। बर्फानी बाबा की शाम को हुई महाआरती में शामिल श्रद्धालुओं की भीड़ से प्रताप सागर तालाब का एरिया श्रद्धालुओं से पूरी तरह भरा नजर आया। महाआरती में रामानंदी वैष्णवचार्य, राजेश्वर दास बैरागी, रामनामी महंत मुरली राम महाराज, विधायक मोहन चौधरी, सभापति मीतू बोथरा, कलेक्टर पियूष समारिया, लक्ष्मी नारायण दास महाराज, पार्षद नवरतन बोथरा, विशाल शर्मा, मिक्कू राव, लोकेश टॉक कई पार्षद शामिल हुए।
इस दौरान हर हर महादेव की जयनाथ से पूरा माहौल आस्था के रंग में रंगा नजर आया। श्रद्धालुओं के बर्फानी बाबा की झलक देखने व उनका आशीर्वाद पाने के लिए परस्पर स्पर्धा की स्थिति बनी रही।
बड़लेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी नारायण पुरोहित ने बताया कि अमरनाथ की तर्ज पर बर्फानी का बाबा को बनाने की में सुबह से ही कार्यकर्ता लगे हुए थे इसमें 121बर्फ की शिलाए लगाई गई।