नागौर. शहर के पावर हाउस के सामने मैदान में भरे पानी में डूबने से चार बच्चों की मौत
नागौर. शहर के पावर हाउस के सामने मैदान में भरे पानी में डूबने से चार बच्चों की मौत हो गई. सूचना मिलते ही नागौर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और चारों बच्चों को गोताखोरों की मदद से बाहर निकालकर अस्पताल भिजवाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. नागौर पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी, एडिशन एसपी राजेश मीणा भी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया.
पुलिस के अनुसार इस खाली जमीन में कुचेरा से आए कई घुमंतू परिवार डेरा डाले हुए थे। पप्पूराम, नाथूराम, बाबूलाल, मोहनराम समेत बीस-पच्चीस परिवार यहां रहकर पशुओं की खरीद-फरोख्त के साथ अन्य मजदूरी से अपना पेट पाल रहे हैं। इसी जमीन के एक हिस्से को अस्थाई डम्पिंग यार्ड बना हुआ है। इसमें करीब डेढ़ दर्जन से अधिक चार-चार फीट के गड्ढे बने हुए हैं। ये सभी बारिश के पानी से लबालब हो गए। शनिवार दोपहर में करीब दो बजे पास रह रहे डेरे से मोहनराम की बेटी आरती (3), नाथूराम की बेटी लिछमा (3), पप्पूराम का बेटा रामलाल (3) और बाबूलाल का बेटा शिम्भूराम (4) घर से साथ खेलने के बहाने निकले। काफी देर तक नहीं आए तो घर वालों में भगदड़ मच गई, पहले कयास लगाया कि अपहरण हो गया। बाद में ढूंढते हुए बच्चों को गड्ढे में डूबने की खबर मिली। इस पर पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना पर एसपी राममूर्ति जोशी, एएसपी राजेश मीना मय पुलिस बल मौके पर पहुंचे और बच्चों को निकालकर जेएलएन अस्पताल में पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि बच्चे खेल-खेल में डूबे अथवा कोई और वजह थी। इसकी भी पुलिस जांच कर रही है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।