स्वराज सप्ताह के उद्घाटन अवसर पर विभिन्न क्रांतिकारियों को किया याद
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नागौर,,,, आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत शारदा बालिका निकेतन विद्यालय में आज स्वराज 75 सप्ताह का शुभारंभ किया गया। उद्घाटन के अवसर पर सांख्यिकी अधिकारी संजय सोनी मुख्य वक्ता के नाते उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वत्व जागरण का अभियान जिसको तत्कालीन सरकार ने रूढ़िवादी कहकर नकार दिया था जो बाद में प्रशासन का तंत्र विकसित हुआ वह तंत्र वर्तमान में भी अंग्रेजों द्वारा रचित ही आजादी के 75 साल बाद तक चल रहा है उन्होंने कहा कि स्वधर्म व स्वराष्ट्र और स्व संस्कृति को प्राप्त करने के लिए अनेक अनेक वीरों के बलिदानों को भुलाकर कुछ गिने-चुने नाम को ही क्रांतिकारी जानबूझकर माना गया लेकिन उन अनाम हुतात्माओं को भुला दिया गया। मुख्य वक्ता ने कहा कि यह अमृत महोत्सव हेतु जो आजादी के पीछे अनगिनत चेहरे उनको याद करना जिन्होंने अपने बलिदान से अंग्रेजों को भारत से जाने पर मजबूर कर दिया इनके जीवन को हम आत्मसात कर सके केवल स्व के बारे में सोचने की भौतिक वादी सोच जो अंग्रेजों की देन है उसमें परिवर्तन कर उन बलिदानी वीरों से प्रेरणा ले जिन्होंने देश को प्रथम स्थान पर रखा यह अमृत महोत्सव ऐक हमारे लिए स्वर्णिम मौका है उन सब बलिदानों के कार्यों तथा जीवन के संघर्ष को जानने का ।।
इस मौके पर विद्यालय में कक्षा अनुसार देश के लिए आजाद हुए 23 क्रांतिकारियों के जीवन से संबंधित प्रेरक प्रसंग कक्षा अनुसार बालिकाओं ने प्रतियोगिता के माध्यम से अभिव्यक्ति दी l निर्णयाक के तौर पर विद्या भारती प्रांत के सेवा प्रमुख रुद्रकुमार शर्मा एवं प्रधानाचार्य श्रीमती कमला चारण रहे। इस दौरान विद्यार्थियों ने बाल गंगाधर तिलक, रमेश दत्त मालवीय, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, तारारानी श्रीवास्तव, श्रीकृष्ण सरल, सोहनलाल पाठक, विष्णु गणेश पिंगले, तात्या टोपे, मंगल पांडे, गुरु गोविंद सिंह, महारानी चेन्नम्मा, अरूणा आसफ अली, शांति घोष, हेमू कालानी, सहित अनेक क्रांतिकारियों के जीवन से जुड़े प्रेरक प्रसंग प्रस्तुत किए इस अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य और छात्राएं मौजूद रही। स्वराज सप्ताह के दूसरे दिन 26 जुलाई को निबंध एवं गणवेश प्रतियोगिता का आयोजन होगा तथा कारगिल विजय दिवस मनाया जाएगा।