*श्री नाथूराम मिर्धा चैरिटेबल ट्रस्ट मानासर, नागौर में संपन्न हुई* भारतीय किसान यूनियन,टिकैत की बैठक
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ 2021में जिले में भारी अनियमितताओं को लेकर किसानों में व्यापक रोष हैं जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन ने बैठक का आयोजन किया जिसमें उपस्थित हुए किसानों से आगामी रणनीति को लेकर चर्चा की गई। जिसमें यह तय हुआ कि प्रत्येक पटवार हल्का पर एक "फसल बीमा निगरानी कमेटी "बनाई जाएगी जो समय-समय पर किसानों को योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी देगी तथा इस योजना में जो भी लोग भ्रष्ट हो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग जिला प्रशासन से करेंगे।
बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक मेहराम नगवाड़िया ने कहा कि जनजागरण के लिए कार्यकर्ता गांव- गांव जाकर फसल बीमा की संपूर्ण जानकारी किसानों को देंगे।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे जाट महासभा के जिला सरंक्षक रामकरण डूकिया ने किसानों से है आह्वान किया कि शिक्षा पर जोर दिया जाए।पाखंड और अंधविश्वास, किसान कॉम पर ज्यादा हावी हो रहे हैं ,इससे आने वाली पीढ़ी को बचाना चाहिए।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अर्जुनराम लोमरोड ने कहा कि खरीफ 2021 में लगातार जिला प्रशासन और कंपनी के ऊपर दबाव बनाए रखने के कारण जिले के किसानों को योजना का लाभ मिला परंतु जितनी उम्मीद थी उतना नहीं मिल पाया। इस पूरे घटनाक्रम का ज्यादा दोषी पटवारी और कृषि पर्यवेक्षक हैं जो किसान के बेटे होते हुए किसान के हक का काम नहीं कर रहे हैं । जिस गांव में 90% से ऊपर खराबा था उस गांव में क्रॉप कटिंग के आंकड़ों में फेरबदल कर अधिक उपज बताई गई। इसको लेकर आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।
योजना की बारीकी से जानकारी रखते हुए जिला आईटी इंचार्ज व मीडिया प्रभारी रामपाल धोलिया ने संपूर्ण जानकारी किसानों को बताई। बताया कि जिले के कुछ पटवार सर्किल में पटवारियों व पर्यवेक्षकों ने इमानदारी से वास्तविक स्थिति ही क्रॉप कटिंग में दर्ज की।परंतु गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि जिले के ज्यादातर पटवारी और कृषि पर्यवेक्षक को ट्रेनिंग नहीं होने के कारण क्रॉप कटिंग करनी ही नहीं आ रही है ऐसे कई उदाहरण हमारे सामने हैं।
खींवसर तहसील के डेहरु गांव का उदाहरण समझाते हुए बताया कि गांव में मात्र 5 क्विंटल ही मूंग नहीं हुए 95% खराबा था तात्कालीन पटवारी विकास मीणा व मूंडवा तहसीलदार पेमाराम को इसके बारे में जानकारी भी दी गई परंतु फिर भी क्रॉप कटिंग नहीं की गई जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ। खरीफ 21 में इसी पटवारी ने गिरदावरी रिपोर्ट में भारी अनियमितता की गई जिसकी तहसीलदार पेमाराम की अध्यक्षता में जांच की गई और जांच में दोषी पाया गया फिर भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसको लेकर ग्रामीण भारी रोष में है और आने वाले दिनों में जिला कलेक्टर पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
धोलिया ने किसानों को फसल बीमा निगरानी कमेटी से जुड़ने का आह्वान किया। जिससे किसान अपने हकों की लड़ाई लड़ सके।
प्रदेश सचिव शिवनारायण इनानिया ने व्यापक कमियों के बारे में बताया।
मेहराम धोलिया व बारानी सरपंच प्रतिनिधि रामुराम सारण ने विचार व्यक्त किए।
बैठक में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रणजीत धोलिया,प्रेमसुख जाजड़ा,चेलाराम सारण,नारायण बरनगांव,राजूराम गोदारा,नाथूसिंह कुमारी,लिखमाराम गोदारा,मेगाराम सारण,पुनाराम बाना आदि लोग मौजूद रहे।